राउरकेला। सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के न्यू प्लेट मिल (एनपीएम) की ‘तेजस’ क्वालिटी सर्किल (क्यूसी) टीम ने अपने उद्यमशील प्रयासों कम्पनी को भारी बचत अर्जित करने में मदद की है। उन्होंने रीहीटिंग फर्नेस की ताप क्षमता में सुधार के लिए कूलिंग लाइन प्रणाली में संशोधन की परियोजना को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है, जिससे लागत में उल्लेखनीय बचत के साथ साथ उत्पादन क्षमता में भी वृद्धि हुई है।
इस उद्यमशील टीम में ओसीटी, गोपबंधु बेहरा, एसओएसटी, शीर्षानंद दास सहायक रोलर, दीपक साहू, एसओएसटी, असित बेहरा और (ओसीटी), दीपक कुमार साहू शामिल हैं, जबकि प्रबंधक (एनपीएम), अभिजीत पटनायक, टीम के मध्यस्त थे ।
उल्लेखनीय है कि, एनपीएम की रीहीटिंग फर्नेस के बीचों-बीच कुछ समस्याएँ देखी जा रही थी जैसे कि कार्यकुशलता बनाए रखने और नुकसान को रोकने, तापमान को सुरक्षित सीमा में रखने के लिए हॉरिजॉन्टल बीम के माध्यम से पानी का संचार किया जाता है। हालांकि, समय के साथ, क्षैतिज बीम और स्किड पोस्ट ऑक्सीकरण से ग्रसित होते थे, जिससे धीरे-धीरे पतले होने और बार-बार प्रतिस्थापन की आवश्यकता होती थी । हाल के वर्षों में, स्किड पोस्ट में पंक्चर की आवृत्ति एक चिंताजनक मुद्दा बन गई , जिससे उत्पादन में रुकावट आने लगी और रीहीटिंग फर्नेस में पाइप सपोर्ट बीम, रिफ्रैक्टरी मटीरियल और रिक्यूपरेटर जैसे महत्वपूर्ण घटकों का नुकसान होने लगा । अत्यधिक तापमान पर काम करने से उत्पन्न होने वाली ये खराबी, उत्पादन में महत्वपूर्ण नुकसान का कारण बन गयी थी ।
तेजस क्यूसी टीम ने इस समस्या को हल करने की चुनौती ली। विस्तृत अध्ययन और विचार-मंथन के बाद टीम ने मुख्य जल आपूर्ति से प्राप्त एक अतिरिक्त कूलिंग लाइन को जोड़ा, ताकि सुरक्षित सीमा से अधिक होने वाले स्किड पोस्ट पर तापमान को नियंत्रित किया जा सके। इस अतिरिक्त कूलिंग लाइन ने स्किड पोस्ट को स्वीकार्य तापमान सीमा के भीतर रखने में मदद की, जिससे संभावित ब्रेकडाउन को नियमित रखरखाव शटडाउन में बदल दिया ।
क्यूसी टीम ने हाल ही में राउरकेला में आयोजित चैप्टर स्तरीय क्वालिटी सर्किल प्रतियोगिता में विभिन्न बड़े कॉर्पोरेट घरानों की 140 प्रतिभागी टीमों के बीच सर्वोच्च ग्रेड प्राप्त करते हुए प्रतिष्ठित जे के दास मेमोरियल ट्रॉफी जीती है ।