जिले में चल रहे अवैध खनन में खनन अधिकारियों की भूमिका की जांच की उठी मांग

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आईजीआरएस पर एक शिकायत पर लगाई है सभी बालू साइटों पर एक ही जैसी रिपोर्ट
पर्यावरण कार्यकताओं का आरोप बंद कमरे से कॉपी पेस्ट कर लगाई रिपोर्ट
सोनभद्र। सोनभद्र में सोन व कनहर नदी पर स्वीकृत सभी 11 बालू खनन पट्टे पर सबकुछ नियम पूर्वक चल रहा है कही भी कोई अवैध खनन और धारा नही मोड़ा गया आई कुछ ऐसी ही रिपोर्ट सोनभद्र के खनन निरीक्षक मनोज कुमार ने एक आईजीआरएस की जांच रिपोर्ट में लगाया है और इसकी आख्या ज्येष्ठ खनन अधिकारी को सौंपा है। खनन निरीक्षक के मुताबिक सभी खनन पट्टों पर नियम पूर्वक वैध खनन किये जा रहे है उनके मुताबिक ना तो नदियों की धारा मोड़ी गयी है और ना ही कही कुछ अवैध हो रहा है।
मीडिया को हाथ लगी इस आख्या रिपोर्ट में हैरान कर देने वाले तथ्य सामने आए है खनन निरीक्षक की एक अजब कारस्तानी सामने आ गयी है, वो कहते है ना चोर की दाढ़ी में तिनका वैसा ही कुछ यहां है। तिलया पोस्ट हिनौता जिला सोनभद्र निवासी एक शिकायतकर्ता ने 29 फरवरी 2024 को एक आईजीआरएस शिकायत कर सोनभद्र में सभी बालू साइटों पर नियमों की दरकिनार कर अवैध खनन की शिकायत की थी। शिकायत की जांच उपरान्त 30 मार्च 24 को खनन निरीक्षक मनोज कुमार ने जिले में सोन व कनहर नदी पर चल रहे कुल 11 बालू साइटों की जांच की और जांच रिपोर्ट में एक ही जैसा रिपोर्ट सभी बालू साइटों की आख्या रिपोर्टों में लगा दी एक शब्द का भी फर्क नही लिखा।

जिस पर पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने सवाल उठाना शुरू कर दिया है उनका आरोप है कि एक जैसी रिपोर्ट बंद कमरे से लगा दी गयी जबकि सभी बालू साइटो पर अवैध खनन की पराकाष्ठा चल रही है जिससे पर्यावरण को भारी नुकसान के साथ सरकारी राजस्व की भी क्षति हो रही है, पर्यावरण कार्यकर्ताओ ने खनन निरीक्षक के जांच रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए जिले में वैध बालू साइट के आड़ में चल रहे अवैध खनन के गोरखधंधा में उनकी भूमिका की जांच की मांग सूबे के मुख्यमंन्त्री से उठाई है ,कहा कि सोनभद्र में नदियों में हो रहे अवैध खनन की लखनऊ की एसआईटी जांच हुई तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा, उन्होंने खनन विभाग की भूमिका व अन्य जिम्मेदारों की भी जांच की मांग उठाई है।

आख्या में दी गयी एक जैसी रिपोर्ट संदेहात्मक
खनन निरीक्षक द्वारा लगाई गई एक जैसे रिपोर्ट में यह लगाया कि जांच के समय मौके पर पट्टा क्षेत्र के अंतर्गत खनन व परिवहन कार्य करते पाया गया नदी की धारा को मोड़कर प्रतिबंधित मशीनों द्वारा खनन किया जाना नही पाया गय। खनन निरीक्षक के मुताबिक सभी खनन पट्टों पर सबकुछ ठीक ठाक चल रहा हैद्यजबकि नदियां चीख चीख कर अपने अस्तित्व बचाने के लिए पुकार रही है।

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