चंदौली / नौगढ़ पुलिस ने गोतस्करी के खिलाफ बड़े अभियान को अंजाम देते हुए 168 गोवंश को वध के लिए बिहार ले जाते समय बरामद कर लिया। इस कार्रवाई में दो अंतरराज्यीय गोतस्करों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने तस्करों के खिलाफ सख्त धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।
पुलिस अधीक्षक चंदौली, श्री आदित्य लांग्हे के निर्देशन में यह अभियान चलाया गया। पुलिस अधीक्षक (ऑपरेशन) अनिल कुमार यादव और क्षेत्राधिकारी नौगढ़ कृष्ण मुरारी शर्मा के पर्यवेक्षण में, थानाध्यक्ष कृपेन्द्र प्रताप सिंह की टीम ने मुखबिर की सूचना पर घेराबंदी कर यह कार्रवाई की। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने चंद्रप्रभा के राजदरी जंगल में संदिग्ध गतिविधियों की जांच की। यहां पुलिस ने देखा कि 168 गोवंश को क्रूरता पूर्वक एक-दूसरे से बांधकर, पीटते हुए पैदल बिहार की ओर ले जाया जा रहा था। तस्करों को मौके पर ही घेरकर पकड़ लिया गया।
*गिरफ्तार किए गए तस्करों की पहचान*
1. खिचडू यादव (52 वर्ष), पुत्र स्व. रामकुंवर यादव, निवासी मडरिया, थाना चांद, बिहार।
2. आशु (28 वर्ष), पुत्र इंदबली राम, निवासी बिरोहिया, थाना मड़िहान, मिर्जापुर।
*तस्करी का नेटवर्क और रूट का खुलासा*
पुलिस पूछताछ में तस्करों ने बड़े नेटवर्क का खुलासा किया। वे सोनभद्र, मिर्जापुर और आसपास के गांवों से सस्ते दामों पर गोवंश खरीदते थे। इसके बाद जंगल के रास्ते पैदल हांकते हुए इन जानवरों को बिहार के विभिन्न पशु मेलों में पहुंचाया जाता था, जिनमें प्रमुख हैं। बारून पशु मेला, शिरसी मेला, अइलाई मेला है।
तस्कर जंगलों में आराम करते हुए और स्थानीय रास्तों से बचते हुए कई जिलों से होते हुए जानवरों को बिहार तक ले जाते थे।
*तस्करों ने जंगलों के भीतर एक जटिल रूट का इस्तेमाल किया*
1. रावर्टसगंज और अहरौरा के गांवों से शुरू होकर।2. देवदरी, राजदरी, ददरी जंगल से होते हुए।
3. सिद्धनाथ दरी और सुकृत रोड पार कर।4. छिवाई देई और चंद्रप्रभा के जंगल से गुजरते हुए।
5. बिहार के भभुआ, चांद और चैनपुर क्षेत्रों में पशु मेलों तक पहुंचते थे।
गिरफ्तार तस्करों ने खुलासा किया कि वे गोवंश को बिहार ले जाकर अधिक मुनाफे में बेचते थे। मेले में एक गोवंश की कीमत काफी ज्यादा मिलती थी, जिससे उनका नेटवर्क फल-फूल रहा था। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है, जिसमें क्रूरता अधिनियम और गोवंश संरक्षण कानून शामिल हैं। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक चंदौली ने कहा, “इस कार्रवाई से अंतरराज्यीय गोवंश तस्करी गिरोह को बड़ा झटका लगा है। हमारा अभियान जारी रहेगा, और हम इस नेटवर्क के सभी सदस्यों को पकड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं।इस घटना के बाद चंदौली और आसपास के इलाकों में पुलिस की सतर्कता और कार्रवाई की सराहना की जा रही है। ग्रामीणों ने भी पुलिस को गोतस्करी रोकने में सहयोग देने का आश्वासन दिया है।