वाराणसी । आज दिनाँक 24 नवम्बर 2024 को आनंद पार्क दुर्गाकुंड में लैंगिक मुद्दों पर जागरूकता प्रसार के लिए कला आयोजन किया गया। लैंगिक विषयों पर भेदभाव हटाने, घृणा कम करने, और समतामूलक समाज बनाने की बात दर्शाते हुए चित्र आमजन के बीच चर्चा का विषय बना रहा।
बनारस क्वीयर प्राइड आयोजन से जुड़े हुए एलजीबीटी समुदाय व अन्य सहयोगी सदस्य कलर , ब्रश और ढेर सारे रंग बिरंगे पोस्टरों के साथ दिखलाई दिए। आनंद पार्क के ऐतिहासिक सफ़ेद संगमरमर की जमीन पर बनारस के सतरंगे समाज के कला विद्यार्थी पेंट, ब्रश के साथ अपने रंगीले भाव उकेरने और प्रदर्शित करने के कार्यक्रम में यंहा पंहुचे थे। समाज के रूढ़िवादी ढांचे के खिलाफ संघर्षरत एलजीबीटी समाज के लोग बारहां भेदभाव उपेक्षा घृणा और हिंसा तक के शिकार होते हैं। मजाक उड़ाए जाने और बहिष्कृत किये जाने की लगातार हो रही घटनाएँ कई दफा इन्हे गहरे अपराधबोध और हीनभावना से भर देती है। मानसिक स्वास्थ्य को खराब करने वाले घटनाओं को याद कर करके स्याह सफेद रंगो में कागज पर उतारकर इन्होंने बेहतरीन मर्मस्पर्शी अभिव्यक्ति प्रदर्शित की।स्कूल कॉलेज जा रहे युवा शर्म और संकोच से अपने लैंगिक पसंद को जतला नही पाते हैं। समाज उन्हें बताता है कि उन्हें मर्द बनना है तो रोना नही है। और संस्कारी लड़की बननी है तो शर्माना है, धीरे बोलना है शैतानी नही करनी है।
परिवार और समाज के बंधन उन्हें जकड़ते है, उबन देते है। अंदर ही अंदर घुटन और कुढ़न में जलता रहता है। ऐसे में जब उसे अपने पसंद का साथी मिलता है तो वो खुश होता है। उसके जिंदगी में रस आता है मजा आता है। उसे भी औरो की तरह खुश होने का अधिकार है या नहीं ये सवाल उठाता हुआ एक पोस्टर हद आकर्षक बना था। घुटन ऊब संघर्ष प्रेम दोस्ती उम्मीद कामुकता मस्ती आदि भावों को दर्शाते हुए पोस्टरों ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया।
आओ प्यार करें ! ढाई आखर प्रेम का पढ़े सो पण्डित होय ! लव इज लव प्रेम , प्रेम है ! ” अरे, अरे! हो, हो! होमोफोबिया दूर हो !, “साहसी बनो, गर्व करो, समलैंगिक बनो, “ट्रांस अधिकार मानवाधिकार हैं ” आदि नारे भी पोस्टर पर प्रदर्शित किये गए। ज्ञातव्य है बनारस क्विर प्राइड समूह परंपरागत रूप में शहर में लैंगिक मुद्दों पर रचनात्मक कार्यक्रम कर रहा है। प्रतिवर्ष नृत्य कला नाटक और मार्च आदि कार्यक्रमों के माध्यम से ये कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। आज के पोस्टर निर्माण आयोजन में जुड़े लोगो में नीति, अनुराग, हेतवी, अनामिका, श्रेया, तानिया, आर्या, अश्विनी, पीयूष, आसना, अंकित, शिवांगी, परीक्षित, अनन्या आदि प्रमुख रूप के साथ साथ कुल 40 सदस्य मौजूद रहे।