,सोनभद्र। दुद्धी तहसील के नवागत तहसीलदार द्वारा दो लेखपालों के विरुद्ध लापरवाही के आरोप में प्रतिकूल प्रविष्टि के साथ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति से आक्रोशित लेखपालों ने शुक्रवार को मीटिंग का बहिष्कार कर धरने पर बैठ गए द्य लेखपाल संघ ने दोनो लेखपालों के खिलाफ हुए कार्रवाई को वापस लेने की मांग को लेकर अड़े रहे। लेखपालों ने इस दौरान लेखपाल संघ जिंदाबाद के नारे भी लगाए।
लेखपाल संघ अध्यक्ष विनय गुप्ता ने कहा कि बिना किसी नोटिस,सूचना व स्पष्टीकरण के तहसीलदार महोदय द्वारा दो लेखपालों पर प्रतिकूल प्रविष्टि के साथ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई जो उचित नहीं हैं। उन्होंने बताया कि लेखपाल रवि सहगल जिनका मूल तैनाती क्षेत्र हथवानी है, जिनके पास शिशवा, झापर, पतखिरना, पिपरहर, घिहवी का भी अतिरिक्त चार्ज मिला है तथा सुशील पांडेय कुलडोमरी के लेखपाल है। कल गुरुवार को तहसीलदार घिहवी पहुँचे थे जहाँ लेखपाल को तुरंत पहुँचने के निर्देश दिए जो संभव नही हो सका।इस कारण तहसीलदार ने उन्हें प्रतिकूल प्रविष्टि के साथ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति कर दी। वहीं कुलडोमरी के लेखपाल सुशील पांडेय के खिलाफ रियल टाइम खतौनी के मामले में प्रतिकूल प्रविष्टि व विभागीय कार्रवाई की संस्तुति 15 दिन पूर्व की गई हैं।
दोनों कार्रवाई में ना तो किसी को नोटिस दी गयी ना सूचना दी गयी और ना ही स्पष्टीकरण मांगा गया हैं जिससे लेखपालों में नाराजगी व्याप्त हैं। लेखपाल संघ ने कहा कि जब तक ऐसी कार्रवाई पर रोक नही लगेगी और हुई कार्रवाई वापस नही ली जाएगी वे धरना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को तहसील मुख्यालय पर लेखपालों की रूटीन मीटिंग थी दुद्धी लेखपाल संघ ने तहसीलदार महोदय से कार्रवाई के बावत वार्ता की और इसे वापस लेने की मांग की तो वे कार्रवाई पर अड़े रहे। इस कारण हम लेखपाल संघ के लोग मीटिंग का बहिष्कार कर धरने पर बैठ गए।
लेखपालों के धरने पर बैठने की सूचना पर एसडीएम सुरेश राय ने तत्काल संज्ञान लेते हुए नायब तहसीलदार को मौके पर भेजकर आक्रोषित लेखपालों को कार्यवाही वापस लेने का भरोसा दिलाया। सेल फोन पर हुई वार्ता के क्रम में उन्होंने बताया कि विभागीय मामले में तालमेल की थोड़ी कमी हुई हैं, जिसे दूर कर लिया जायेगा। इस मौके पर अध्यक्ष विनय गुप्ता, मंत्री प्रवीण सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रमेश मिश्रा, कनिष्क उपाध्यक्ष मनोज कनौजिया, उपमंत्री अमरजीत कुमार, कोषाध्यक्ष सौरभ कुमार, हौसिला सिंह लेखा परीक्षक, कुंदन कुमार, पंकज चैबे, महेंद्र प्रसाद, मुकेश गुप्ता, विमलेश श्रीवास्तव, अंजना सिंह, राधा गुप्ता, सावित्री यादव, सरिता, रीता गुप्ता, वर्षा वर्मा के साथ अन्य लेखपाल मौजूद रहे।