सोनभद्र | एनटीपीसी रिहंद जो की विद्युत उत्पादन मे देश एवं प्रदेश की एक प्रमुख इकाई है मे विद्युत उत्पादन के साथ साथ उच्च गुणवत्ता वाली फ्लाई ऐश ईंटों का निर्माण भी प्रमुखता से किया जाता है। वित्तीय वर्ष 2021 – 22 मे एनटीपीसी रिहंद के द्वारा लगभग 84 लाख फ्लाई ऐश ईंटों का उत्पादन किया गया एवं इनका उपयोग एनटीपीसी रिहंद द्वारा संयंत्र परिसर एवं नगर परिसर मे किया जा रहा है।
इसी कड़ी मे एनटीपीसी रिहंद ने देश एवं प्रदेश मे एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। दिनांक 30.07.2022 को आयोजित हुए प्रैस वार्ता मे एनटीपीसी रिहंद के मुख्य महाप्रबंधक देवब्रत पाल ने जानकारी दी की एनटीपीसी रिहंद को भारतीय मानक ब्यूरो ने आई एस कोड 16720:2018 मे दी गई प्रक्रिया के माध्यम से ईंट निर्माण का लाइसेंस निर्गत किया है अर्थात एनटीपीसी रिहंद मे उत्पादित फ्लाई ऐश ब्रिक्क्स अब आईएसआई मार्क होंगी। श्री पाल ने आगे बताया की एनटीपीसी रिहंद एनटीपीसी लिमिटेड का पहला एवं सम्पूर्ण भारत का पाँचवाँ संयंत्र है जिसको आईएसआई मार्क फ्लाई ऐश ब्रिक्क्स के उत्पादन का लाइसेन्स भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा दिया गया है। अपने उद्बोधन मे पाल ने बताया की फ्लाइ ऐश ब्रिक्क्स के उपयोग से न केवल उर्वरा मिट्टी का संरक्षण होता है बल्कि इससे पर्यावरण को कोई नुकसान भी नहीं पहुंचता है तथा एनटीपीसी रिहंद आईएसआई मार्क फ्लाई ऐश ईंटों को आस पास के शहरों एवं क्षेत्रों मे लाल ईंट से कम मूल्य पर बेचने पर विचार कर रहा है।
इस अवसर पर असेश कुमार चट्टोपाध्याय, महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) ने बताया की एनटीपीसी रिहंद फ्लाई ऐश ईंटों को सुगमता से उपलब्ध करने हेतु आस पास के बड़े नगरो मे डिपो बनाने पर भी विचार कर रहा है। श्री आर के सिन्हा, महाप्रबंधक (एडीएम), विश्वजीत घोष, अपर महाप्रबंधक (ईएमजी) एवं अमित धीमान, वरिष्ठ प्रबन्धक (ईएमजी) द्वारा फ्लाई ऐश ब्रिक्क्स निर्माण के प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी गयी।
इस कार्यक्रम मे अनिल कुमार पपनेजा, महाप्रबंधक (अनुरक्षण), पंकज मेंडिरत्ता, महाप्रबंधक (प्रचालन), यू के श्रीवास्तव, अपर महाप्रबंधक (एफ़क्यूए), ज़ाकिर खान, अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन), परमानद राऊत, आदित्य चन्द्र सौरव, रमेश द्विवेदी, मुकेश कुमार, राघवेंद्र नारायण (वरिष्ठ प्रबन्धक) रामजी द्विवेदी आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।