राउरकेला। सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र के कोयला रसायन विभाग द्वारा 3 दिसंबर को राष्ट्रीय रासायनिक आपदा निवारण दिवस के उपलक्ष्य पर कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्त गैस रिसाव पर एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। यह कोयला एवं रसायन विभाग के नए सीसीडी अंतिम गैस कूलर क्षेत्र में खतरनाक रासायनिक रिसाव से उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आपातकालीन तैयारियों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। वैधानिक आवश्यकता के अंतर्गत, यह अभ्यास आरएसपी की ऑनसाइट आपदा प्रबंधन प्रणाली और इससे जुड़े कार्मिकों की प्रभावकारिता का आकलन करने के लिए किया गया था।
पूरे समूह को 3 टीमों में विभाजित किया गया था। लड़ाकू टीम, बचाव दल और सहायक टीम। सभी टीमों ने अच्छा प्रदर्शन किया और 18 मिनट के भीतर अभ्यास पूरा कर लिया। महाप्रबंधक (सीसीडी) बी नायक ने साइट इंसीडेंट कंट्रोलर की भूमिका निभाई। मॉक ड्रिल में महाप्रबंधक (सुरक्षा) श्री अबकासा बेहरा, महाप्रबंधक (ईएमडी), कल्याण बारला और सीसीडी, मानव संसाधन एवं सुरक्षा विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
अभ्यास के अंत में वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा समीक्षा की गई और पूरे अभ्यास की सराहना की तथा कुछ क्षेत्रों में और सुधार का सुझाव दिया। पूरे अभ्यास का समन्वय सहायक महाप्रबंधक (सीसीडी) एवं डीएसओ, एम के पाणिग्रही और उप प्रबंधक (सुरक्षा), आर एन पाणिग्रही द्वारा मुख्य महाप्रबंधक (सुरक्षा एवं अग्नि शमन), सुश्री आशा कार्था और बी नायक के मार्गदर्शन में किया गया। कोयला रसायन और सभी संबद्धित विभागों के कर्मीसमूह ने अभ्यास में उत्साहपूर्वक भाग लिया।
उल्लेखनीय है कि, किसी भी स्थिति से निपटने के लिए उच्च स्तर की तैयारी बनाए रखने के लिए आरएसपी की रणनीतिक इकाइयों में समय-समय पर इस तरह के मॉक सुरक्षा अभ्यास आयोजित किए जाते हैं। कार्यक्रम का समन्वय श्री एम के पाणिग्रही द्वारा किया गया