नयी दिल्ली। केंद्रीय सचिवालय सेवा (CSS) के सैकड़ों अधिकारियों ने कैडर समीक्षा समिति द्वारा रिपोर्ट सौंपने में देरी को लेकर सोमवार को यहां नॉर्थ ब्लॉक के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इन अधिकारियों का दावा है कि रिपोर्ट सौंपने में देरी होने से उनकी पदोन्नति में बाधा उत्पन्न हुई है। उन्होंने बताया कि विरोध प्रदर्शन दोपहर के भोजन के समय किया गया। बाद में, CSS अधिकारियों के एक संगठन ‘सीएसएस फोरम’ के एक प्रतिनिधिमंडल ने अपनी मांग के समर्थन में कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (DOPT) के सचिव को एक पत्र सौंपा।
पत्र में कहा गया है कि यदि सरकार ने उनकी मांगें पूरी नहीं की तो CSS अधिकारी शांति मार्च निकालेंगे। इसमें कहा गया है कि केंद्र सरकार ने सरकार की योजनाओं और परियोजनाओं की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए विभिन्न मंत्रालयों/विभागों में मानव संसाधन की बढ़ती मांग का आकलन करने और कदमों का सुझाव देने के लिए 27 अक्टूबर, 2022 को एक उच्च स्तरीय कैडर समीक्षा समिति (CRC) का गठन किया था। ‘
सीएसएस फोरम’ के महासचिव आशुतोष मिश्रा के इस पत्र में कहा गया है, ‘‘हमारे पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार, समिति का विचार-विमर्श बहुत पहले पूरा हो चुका है, हालांकि मामला अभी भी सरकार के पास लंबित है।’’ इसमें कहा गया है कि फोरम ने इस मामले को हर स्तर पर उठाया है, ‘‘हालांकि हमें अभी तक सरकार से कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिला है।’’ मिश्रा ने पत्र में कहा कि केंद्र सरकार के कामकाज की रीढ़ माने जाने वाले सीएसएस अधिकारियों के साथ इस तरह का व्यवहार बेहद निराशाजनक है।
उन्होंने कहा, ‘‘सभी सीएसएस अधिकारियों द्वारा सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया है कि केंद्रीय सचिवालय सेवा की कैडर समीक्षा पर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए, सभी सीएसएस अधिकारी दोपहर के भोजन के समय विभिन्न भवनों में शांति मार्च करेंगे।’’ अधिकारियों के इस निकाय ने कहा कि शांति मार्च सात मार्च को शास्त्री भवन में, 11 मार्च को निर्माण भवन में और 13 मार्च को नॉर्थ ब्लॉक में अपराह्न एक बजे से अपराह्न 1.30 बजे के बीच आयोजित किया जाएगा।