डीडीयू, चंदौली जनपद के गौरव गीत ‘जनपद मैं चंदौली हूं’ लिखने वाले युवा कवि सुरेश अकेला को आगामी 25 दिसंबर को नेपाल के विराट नगर में अंतराष्ट्रीय जन लेखक संघ के द्वितीय अंतराष्ट्रीय अधिवेशन के अंतर्गत आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कवि सम्मेलन में आमंत्रित किया गया है। जिसमें वे नेपाल, बांग्लादेश, भूटान, और भारत से आए कवियों के साथ मंच साझा करेंगे एवं कविता पाठ करेंगे।
इस अवसर पर अकेला व्दारा शिक्षा एवं साहित्य के क्षेत्र में किए जा रहे विशेष कार्य के लिए उन्हें डॉक्टरेट अर्थात विद्या वाचस्पति (पीएचडी) की मानद उपाधि से सम्मानित भी किया जायेगा। बताते चलें की सुरेश अकेला पिछले एक दशक से साहित्य के क्षेत्र में सक्रिय हैं। आकाशवाणी, दूरदर्शन सहित देश के विभिन्न काव्य मंचों से लगातार कविता पाठ करते आ रहे हैं और कई राष्ट्रीय स्तर के सम्मान से सम्मानित भी हो चुके हैं।
पिछले वर्ष इन्हें राज्य हिन्दी संस्थान उत्तर प्रदेश व्दारा राज्य कविता पुरस्कार एवं कुछ महीने पहले ही गाजियाबाद में हिन्दी साहित्य अकादमी व्दारा बेचैन नवरत्न काव्य चेतना सम्मान से सम्मानित किया गया है। अकेला शिक्षाशात्र विषय में चार बार नेट एवं जेआरएफ की परीक्षा पास कर चुके हैं साथ ही अब तक लगभग एक दर्जन शोध पत्र, रिसर्च आर्टिकल लिख चुके हैं और राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय सेमिनार में प्रतिभाग कर अपनी प्रस्तुति दे चुके हैं।
सुरेश अकेला मूल रूप से रेवसा (घूस) के मूल निवासी हैं तथा वर्तमान में सदर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय औरैया में सहायक अध्यापक के पद कर कार्यरत हैं। अंतराष्ट्रीय स्तर पर कविता पाठ के लिए अकेला को बुलाए जाने पर दिनेशचंद्र, रोहित पाण्डेय, प्रमोद समीर, रौशन मुगलसरायवी, मोहम्मद कलाम, अरूण आर्य, पी एन सिंह, मुहम्मद अली बख्शी, डॉ विनय वर्मा, डॉ अनिल यादव,अशोक मित्तल, लवकुश मिश्र, मनोज मधुर, कृष्णा मिश्रा, आदि जनपद के साहित्यकारों ने हर्ष व्यक्त किया।