चन्दौली सर्वोच्च न्यायालय व राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली तथा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश के अनुपालन में आज अपर जनपद न्यायाधीश / सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चन्दौली ज्ञान प्रकाश शुक्ल द्वारा जिला कारागार वाराणसी का निरीक्षण किया गया, जिसमें जेलर बी० के० त्रिवेदी तथा डिप्टी जेलर जयशंकर प्रसाद उपस्थित रहे। सचिव ने बैरक, पाकशाला व महिला बैरक का निरीक्षण किया। बैरकों में उपस्थित चंदौली के पुरूष व महिला बंदियों से उनके स्वास्थ्य खान-पान, रहन-सहन की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली।
महिला बैरक में उपस्थित महिला बंदियों के बच्चों के पढ़ाई व खाने पीने की व्यवस्था के बारे में भी जानकारी ली। सचिव ने अस्पताल का निरीक्षण करते हुए बंदियों के इलाज में दवाइयों का भी निरीक्षण किया। डॉक्टर को निर्देश दिये कि सभी मरीज बंदी को समय समय से दवाइयां दी जाएं तथा इसमें कोई कमी नही होनी चाहिए। पाकशाला में भोजन के गुणवत्ता व स्वच्छता पर ध्यान देने के निर्देश दिये। जेल में निरूध्द महिला बन्दियों की समस्याओं के बारे में भी जाना तथा उनके साथ रह रहें बच्चों के शिक्षा की भी जानकारी ली। बंदियों को फ्री लीगल एडवाइज के बारे में जानकारियां दी। उन्होने जेल अधीक्षक को निर्देश दिया कि कानूनी सहायता लेने के इच्छुक बंदियों की सूची जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को उपलब्ध करांए। ताकि ऐसे लोगो को कानूनी सहायता दी जा सके।
सचिव द्वारा जनपद चन्दौली के जेल पी०एल०वी० को निर्देशित किया गया कि अधिवक्ताओं के हड़ताल के कारण जिन बंदियों के जमानत प्रार्थनापत्र न्यायालय में सुनवाई के स्तर पर लंबित है ,ऐसे बंदियो से वे प्रत्येक दिन मिलें तथा उनको बतायें कि अगर वो चाहें तो न्यायालय में स्वयं उपस्थित होकर अपनें मुकदमें की पैरवी कर सकते है । ऐसे बन्दियों के प्रार्थनापत्र, न्यायालय को प्रेषित किया जाए,साथ ही यह भी निर्देशित किया कि ऐसे बंदियों की सूची संबंधित न्यायालय को भी प्रेषित की जाये।