भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) की 10 खुली खदानों में 1250 से अधिक भारी मशीनें तैनात हैं और साथ ही कंपनी में लगातार नई मशीनों का क्रय व नियोजन किया जा रहा है ।
चालू वित्त वर्ष में कंपनी 119 मिलियन टन उत्पादन व 126.5 मिलियन टन प्रेषण के लक्ष्य के साथ कार्य कर रही है | इन विशाल लक्ष्यों को हांसिल करने में भारी मशीनों(एचईएमएम) व इनके संचालन का कार्य देख रहे कर्मियों का महत्वपूर्ण योगदान है | इसी को ध्यान में रखते हुए ऑफिसर्स क्लब कृष्णाशिला में एनसीएल की विभिन्न परियोजनाओं में तैनात उत्खनन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक कार्यशाला का आयोजन किया गया ।
इसमें मशीनों के सटीक नियोजन, निश्चित अवधि पर रखरखाव व इनकी क्षमता के उपयोग, मशीनों की खरीद के दौरान तकनीकी विशेषताओं व विवरणों का ज्ञान, निविदा प्रक्रिया , ड्रैग लाइन संचालन, ऑपरेटर व मकैनिक के लिए समय समय पर प्रशिक्षण जैसे अनेक मुद्दों पर मंथन हुआ | कार्यक्रम के दौरान महाप्रबंधक,कृष्णशिला एसपी सिंह, महाप्रबंधक(उत्खनन), एनसीएल रहमान,महाप्रबंधक, केंद्रीय कर्मशाला संजय कुमार, परियोजना अधिकारी कृष्ण शिला इंद्रजीत सिंह, एनसीएल की सभी परियोजनाओं के उत्खनन विभागाध्यक्ष, प्रोजेक्ट इंजीनियर -उत्खनन, ड्रैग लाइन इंचार्ज सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे ।
गौरतलब है कि मशीनों की तकनीकी जानकारी व समुचित रखरखाव से मशीनों की उत्पादकता बढ़ती है और साथ ही खदानों में मशीनों को लंबे समय तक नियोजित किया जा सकेगा | वित्तीय वर्ष 2023-24 तक एनसीएल को 130 मिलियन टन कोयला उत्पादन करना है जिसके लिए कंपनी भारी मशीनों की खरीद पर लगभग 3000 करोड़ का पूंजी निवेश कर रही है |