05 महीने में 1,46,138 ट्रांसफार्मर बदले गये
लखनऊ: प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए०के० शर्मा ने बढ़ती हुई गर्मी एवम् उमस के कारण सितम्बर माह में प्रदेश की विद्युत आपूर्ति बेहतर रहे, इसके लिये अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि सभी क्षेत्रों को निश्चित शिड्यूल के अनुरूप विद्युत मिले, इसके लिये अधिकारी लगातार मॉनिटरिंग करें। ट्रांसफार्मर की देखभाल एवं रखरखाव पर विशेष ध्यान दें। जहाँ पर ट्रांसफार्मर ओवर लोड हो, वहाँ लोड बढ़ाया जाये। कम से कम समय में क्षतिग्रस्त ट्रांसफॉर्मर को बदलने की चिंता हो।
ऊर्जा मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि सितम्बर माह में प्रायः बिजली की मांग बढ़ जाती है। इस समय कड़ी धूप के कारण गर्मी और उमस अधिक बढ़ जाती है। साथ ही कृषि कार्यों व सिंचाई में भी बिजली की आवश्यकता रहती है। इस बार वर्षा कम होने से भी विद्युत की आवश्यकता किसानों को ज्यादा है। ऐसी स्थिति में विभाग को अधिकतम आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए तैयार रहना होगा।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि विद्युत आपूर्ति में ट्रांसफार्मर का अत्यधिक महत्व है। यदि किसी क्षेत्र में कोई ट्रांसफार्म क्षतिग्रस्त हो जाता है तो वहाँ विद्युत आपूर्ति तब तक बाधित रहती है जब तक क्षतिग्रस्त ट्रासफार्मर बदला न जाय या ठीक नहीं कर दिया जाता। इस व्यवस्था में विलम्ब न हो, इसके लिये लगातार मॉनीटरिंग की जाये। उन्होंने बताया है कि अप्रैल, 2022 से अब तक के बीच मात्र 05 महीनों के अन्दर 1,46,136 ट्रांसफार्मर को बदला गया है। जिसमें पूर्वाचल में 43,784, मध्यांचल में 36,957, दक्षिणांचल में 32,739, पश्चिमांचल में 32,498 तथा केस्कों में 160 ट्रांसफार्मर बदले गये। इसी प्रकार 04 सितम्बर, 2022 को कुल 983 ट्रांसफार्मर प्रदेश भर में बदले गये।